कोर्स 02 - गतिविधि 6 : अपने विचार साझा करें
यह निश्चित करने के लिए बच्चें स्वच्छता संबंधी आदतों का पालन कर रहे हैं, प्रतिदिन के आधार पर आप किन क्षेत्रों की निगरानी रखने का प्रस्ताव रखेंगे? अपने विचार साझा करें।
यह निश्चित करने के लिए बच्चें स्वच्छता संबंधी आदतों का पालन कर रहे हैं, प्रतिदिन के आधार पर आप किन क्षेत्रों की निगरानी रखने का प्रस्ताव रखेंगे? अपने विचार साझा करें।
बच्चें स्वच्छता संबंधी आदतों का पालन कर रहे हैं,
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DeleteIske liye bacche ki vyaktigat swachhata balon Ki Safai danto Ki Safai nakhun Ki Safai AVN pet pustakon ke rakh Rakha Aadi ko Niyammit Dekha jae.
Deleteबच्चों को स्व्च्छता के बारे मे समझाना ओर निगरानी रखना कि वह रोजाना सफाई का ध्यान रखते कि नही जैसे नहाना, दांतों की सफाई, घर मे सफाई आदि
DeleteBacchon ko Roj Na Kar aane ke liye Kahenge aur dhakkan Karke aane ke liye Kahenge
DeleteBacche niyamit saaf Safai karte hain ya nahin iska Dhyan rakhne ke liye Ye Hamen nimnalikhit Baton ka Dhyan Mein Rakhna hoga Jaise nakhun Ki Safai swachh kapde Roja snan karna brush manjan karna Aaj
Deleteबच्चे स्वच्छ आदतों का पूरी तरह से पालन कर रह हैं
DeleteBaccho ko saaf safai ke bare me batana aur nigrani karna ki wo saaf safai ka dhyan rakhte h ya nahi
DeleteI will check their nails teeth dress regularly
Deleteबच्चों को स्व्च्छता के बारे मे समझाना ओर निगरानी रखना कि वह रोजाना सफाई का ध्यान रखते कि नही जैसे नहाना, दांतों की सफाई, घर मे सफाई आ
DeleteBACHCHO ME SAWACHCHHTA SAMBANDHI BADLAV LANE KE LIYE PRARTHNA STHAL PAR PRATYEK BACHCHE KI VAYKTIGAT CHECKING KI JAYE.UNKE BAL,NAKHUN,KAPDE, ANKHON ME KAJAL,BALO ME TEL AADI CHECK KIYE JAYE BACHCHO KO GANDAGI SAMBANDHI NUKSAN VA SAWACHCHHTA KE LABH BATAYE JAYE
Deleteबच्चे प्रतिदिन स्वच्छता संबंधी आदतों का अपने दैनिक जीवन में समावेश करने लगे हैं
Deleteबच्चे प्रति दिन स्वच्छता संबंधी आदतों का अपने जीवन में में पालन कर रहे हैं
Deleteसभी बच्चों की सीखने की पद्धति समान नहीं होती है लेकिन शिक्षण कराते समय सभी बच्चों को एक साथ पढ़ाया जाता है बाल केंद्रित शिक्षा पद्धति के अनेक लाभ हैं इससे प्रत्येक छात्र किस गति से सीख रहा है इसका पता चल जाता है और उसके सीखने के स्तर को भी सुधारा जा सकता है एवं अधिक से अधिक उसके ज्ञान को बढ़ाने में सहायता मिलती है इससे बच्चा पीछड़ता भी नहीं है वह कितना सीख रहा है इसका भी शिक्षक को पता रहता है अधिक अधिक से अधिक बाल केंद्रित शिक्षा को बढ़ावा देने से छात्र को सीखने में सहायता मिलेगी शिक्षण रुचिकरएवं उपयोगी रहेगा
Deleteबच्चों को सफाई के बारे में बताना ।उन्हें इसके फायदे बताना। और इसे आदत में शामिल करना सिखाना ।
Deleteबच्चों को सफाई के बारे मे बताना तथा इसके फायदे समझा कर उनमें स्वच्छता की आदत डाली जा सकती है।
Deleteबच्चे प्रतिदिन स्वच्छता बनाये रखे इसके लिए आप सबसे पहले प्रार्थना करते समय प्रत्येक बच्चो को निरीक्षण करे की वह कपड़े, साफ रखे, नाखून साफ रखे, ब्रश से दांत साफ करे, बालो को कंघा करे इसके अलावा उन्हें हम स्वच्छ रहने के लिए कुछ उपाय बताये, कोविद जैसी महामारी के कारन बच्चो के अंदर साफ सफाई को लेकर जागरूकता देखी जा रही है
Deleteविश्व धुलाई दिवस 15 अक्टूबर को लेकर हम बच्चो को एक प्रांगण में खड़ा कर इसकी विशेषता बताएंगे,
Mdm भोजन कराते समय हम बच्चो को खाना खाने के पहले हाथ धुलाई कराने का कार्य करेंगे
शौचालय जाने के उपरांत स्वच्छता को लेकर जागरूक करेंगे, इस प्रकार से हम उपर्युक्त क्षेत्रों में निगरानी करके बच्चो को स्वच्छता सम्बन्धी आदतों का पालन करवाएंगे /
स्वच्छता पर बच्चों से नियमित चर्चा एवं उनमें उसके महत्व की समझ विकसित करना आवश्यक है, यथा क्या बच्चे आज नहा कर आएं हैं, क्या बच्चों के नाखून कटे हुए हैं, क्या बच्चों के कपड़े साफ है,ताकि बच्चे स्वच्छ एवं स्वस्थ रह सके। सोनू उपाध्याय सहायक अध्यापक प्राथमिक विद्यालय भैरोपुर नगर क्षेत्र गोरखपुर।
Deleteसभी बच्चों की सीखने की पद्धति समान नहीं होती है लेकिन शिक्षण कराते समय सभी बच्चों को एक साथ पढ़ाया जाता है बाल केंद्रित शिक्षा पद्धति के अनेक लाभ हैं इससे प्रत्येक छात्र किस गति से सीख रहा है इसका पता चल जाता है और उसके सीखने के स्तर को भी सुधारा जा सकता है एवं अधिक से अधिक उसके ज्ञान को बढ़ाने में सहायता मिलती है इससे बच्चा पिछड़ता भी नहीं है वह कितना सीख रहा है इसका भी शिक्षक को पता रहता है अधिक अधिक से अधिक बाल केंद्रित शिक्षा को बढ़ावा देने से छात्र को सीखने में सहायता मिलेगी शिक्षण रुचिकरएवं उपयोगी रहेगाबच्चे स्वच्छता का ध्यान रख दे रख रहे हैं यह बात देखने के लिए हम सबसे पहले बच्चे अपने नाखून कटे हो ना बालों में कंघी और तेल होना दांतों की सफाई रोज नहाकर विद्यालय आना विद्यालय गणवेश में आना साफ स्वच्छ कपड़े पहनना इसके साथ ही उनकी नोटबुक पर कवर नाम लिखा होना आदि क्षेत्रों के साथ-साथ हम कक्षा कक्षा में व्यवस्थित तरीके से बैठना कागज काटने पर उसे कूड़ेदान में डालना अपनी वस्तुओं को इधर-उधर ना फैलाकर व्यवस्थित रखना आदि ध्यान देंगे
DeleteI will check nail, teeth and dress regularly
DeleteI will check nails,teeth and dress regularly
Deleteप्रतिदिन बच्चों को प्रतिदिन अच्छी आदतों के बारे में बताना और फिर रोज उनकी पहले ड्रेस चेक करना नाखून चेक करना नहा कर आए या नहीं आए यह भी देखना आदि
Deleteअच्छी आदतः
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Deleteबच्चे स्वच्छता का ध्यान रख दे रख रहे हैं यह बात देखने के लिए हम सबसे पहले बच्चे अपने नाखून कटे हो ना बालों में कंघी और तेल होना दांतों की सफाई रोज नहाकर विद्यालय आना विद्यालय गणवेश में आना साफ स्वच्छ कपड़े पहनना इसके साथ ही उनकी नोटबुक पर कवर नाम लिखा होना आदि क्षेत्रों के साथ-साथ हम कक्षा कक्षा में व्यवस्थित तरीके से बैठना कागज काटने पर उसे कूड़ेदान में डालना अपनी वस्तुओं को इधर-उधर ना फैलाकर व्यवस्थित रखना आदि ध्यान देंगे
Deleteयह देखने के लिए कि बच्चे स्वछता की आदतों का पालन कर रहें हैं कि नहीं,इसके लिए प्रतिदिन यह देखने की आवश्यकता कि उनके परिधान बाल ,नाखून , दाँत साफ हैं कि नहीं तथा स्वछता के महत्त्व को समझाते हुए साफ -सफाई के लिए निरंतर प्रेरित करते रहना चाहिए !
Deleteयह निश्चित करने के लिए कि बच्चे स्वच्छता संबंधी आदतों का पालन कर रहे हैं या नहीं। इसके लिए प्रार्थना स्थल पर बच्चों की यूनीफॉर्म साफ है या नहीं,स्नान करके आये हैं या नहीं,बाल व नाखून कटे हैं या नहीं। इसके अतिरिक्त हम निगरानी रखेंगे कि स्कूली भोजन ग्रहण करने से पूर्व और बाद में हाथों को अच्छी तरह साफ कर रहे हैं या नहीं आदि प्रतिदिन का प्रस्ताव रखेंगे।
DeleteIske liye bcchon ko motivate krenge
Deleteबच्चो को रोज स्कूल में भी साफ सफाई की गतिविधियों krani चाहिए और स्वछता की आदतों का पालन कर रहें हैं कि नहीं,इसके लिए प्रतिदिन यह देखने की आवश्यकता कि उनके परिधान बाल ,नाखून , दाँत साफ हैं कि नहीं तथा स्वछता के महत्त्व को समझाते हुए साफ -सफाई के लिए निरंतर प्रेरित करते रहना चाहिए !
Deleteबच्चों को साफ सफाई के बारे मे बताएंगे ओर उनकी प्रतिदिन नहाना ओर अपने आस पास में सफाई रखना कक्षा कक्ष ओर अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखे उसके लिए वातावरण बनाने के लिए ध्यान देंगे
Deleteबच्चों को स्व्च्छता के बारे मे समझाना ओर निगरानी रखना कि वह रोजाना सफाई का ध्यान रखते कि नही जैसे नहाना, दांतों की सफाई, घर मे सफाई आदि।
Deleteबच्चे स्वच्छता का ध्यान रख दे रख रहे हैं यह बात देखने के लिए हम सबसे पहले बच्चे अपने नाखून कटे हो ना बालों में कंघी और तेल होना दांतों की सफाई रोज नहाकर विद्यालय आना विद्यालय गणवेश में आना साफ स्वच्छ कपड़े पहनना इसके साथ ही उनकी नोटबुक पर कवर नाम लिखा होना आदि क्षेत्रों के साथ-साथ हम कक्षा कक्षा में व्यवस्थित तरीके से बैठना कागज काटने पर उसे कूड़ेदान में डालना अपनी वस्तुओं को इधर-उधर ना फैलाकर व्यवस्थित
DeleteChildren are developing good habits
ReplyDeleteबचपन से ही बच्चे स्वच्छता , जैसे बार हाथ धोना, अपने आस-पास सफाई रखना सीखते हैं जो उनके भावी जीवन में काम आता है
ReplyDeleteबचपन से ही बच्चे स्वच्छता जैसे बार बार हाथ धोना, साफ कपङे पहनना, खान पान में सफाई का ध्यान रखना सीखते हैं, जो उनके भावी जीवन में काम आता है।
Deleteबच्चों के प्रतिदिन स्कूल आने पर उनके नाखूनों की सफाई उनके बालों की सफाई है , कि नहीं ,छोटी-छोटी बातों को ध्यान में रखकर बच्चों को भविष्य में स्वच्छता की आदत विकसित करने हेतु निर्देशित किया जा सकता है
Deleteबच्चों को सफाई के बारे में बताना ।उन्हें इसके फायदे बताना। और इसे आदत में शामिल करना सिखाना ।
Deleteनहाना, नाखून कटे हुए होना, अपने आस-पास सफाई रखना, बालों को कंघी करना, दांत साफ करना आदि.
ReplyDeleteBachon ko saaf safayi k mataav k baare me batayenge or unka dainik aankalan karenge or parents ko bhi aware karenge
ReplyDeleteबच्चे घर में किस प्रकार सफाई का ध्यान रखते हैं स्नान करना कपड़े साफ रखना खाना खाने से पहले हाथ धोना अच्छे वातावरण में रहना स्वच्छता का पालन करना
ReplyDeleteबच्चों को स्वच्छता के बारे में बताना उन्हें इसके फायदे बताना। और इसे आदत में शामिल करना सिखाना।
Deleteबच्चों को स्वच्छता के बारे में बताना तथा स्वच्छता के बारे में उनकी गतिविधियों की मॉनिटरिंग करना साथ ही बच्चों से मित्रवत व्यवहार रखना ताकि वे खुलकर स्वच्छता के बारे में बात कर सके और अपनी जिज्ञासा शांत कर सके
ReplyDeleteबच्चों को स्वच्छता के बारे में बताना तथा स्वच्छता के बारे में उनकी गतिविधियों की मॉनिटरिंग करना साथ ही बच्चों से मित्रवत व्यवहार रखना ताकि वे खुलकर स्वच्छता के बारे में बात कर सके और अपनी जिज्ञासा शांत कर सके
DeleteVery nice and good for student s.
ReplyDeleteApni safai, class room main safai ka dhyan rkna apne aas pas saf safai ka dhyan rkhna
ReplyDeleteव्यक्तिगत स्वच्छता- नाखून काटना, नहाना, दांत व मुंह की सफाई, कपड़ों की सफाई, परिवेश की सफाई, हाथ धुलाई, शौच सफाई आदि।
ReplyDeleteVery informative and commendable course.
ReplyDeleteबच्चों की व्यक्तिगत स्वच्छता जैसे नाखून काटना, प्रतिदिन स्नान, स्वच्छ कपड़े पहनना, बार बार साबुन से हाथ धोना आदि के बारे में जानकारी देना तथा बच्चों से उनके घर तथा विद्यालय के आसपास के वातावरण की सफाई व स्वच्छता का महत्व समझाना । गंदगी से होने वाली विभिन्न बीमारियों के बारे में विद्यार्थियों को बताना
ReplyDeleteबच्चों की व्यक्तिगत स्वच्छता जैसे नाखून काटना, प्रतिदिन स्नान, स्वच्छ कपड़े पहनना, बार बार साबुन से हाथ धोना आदि के बारे में जानकारी देना तथा बच्चों से उनके घर तथा विद्यालय के आसपास के वातावरण की सफाई व स्वच्छता का महत्व समझाना । गंदगी से होने वाली विभिन्न बीमारियों के बारे में विद्यार्थियों को बताना
Deleteबच्चों को
Deleteबच्चों को स्वच्छता संबंधी आदतों का पालन करने के लिए प्रत्येक दिन साफ सफाई पर ध्यान देना जैसे- नाहना दांत साफ रखना नाखुन कटे होना साफ साफाई पर ध्यान देना
ReplyDeleteविद्यालय में बच्चे प्रतिदिन कक्षा कक्ष की सफाई रखते हैं या नहीं ,भोजन करने से पूर्व हाथ धोते हैं या नहीं, स्वच्छ वस्त्र पहनते हैं या नहीं , नित्य स्नान करके आते हैं या नहीं आदि क्षेत्रों में निगरानी रख हम यह निर्धारित कर सकते हैं कि बच्चों में स्वच्छता संबंधी आदतों का विकास हुआ या नहीं
ReplyDeleteKeep surroundings clean and make students aware about cleanliness.
ReplyDeleteKeep a watch on kids daily chores to insure their health and hygiene
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ReplyDeleteबिल्कुल छोटे बच्चों का माता पिता को विशेष कर ध्यान देना चाहिए क्योंकि वह उन्हें देखकर ही सीखते हैं इसलिए हमेशा उनके सामने सफाई से संबंधित व अच्छे कार्यों पर ही ज्यादा ध्यान रखें
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ReplyDeleteबच्चों के सामने कभी भी एस्वच्छता ना फैलाएं क्योंकि छोटे बच्चे आपको देखकर ही सीखते हैं उनको नहाना धोना नाखून काटना दातुन करना वह अन्य छोटी-छोटी दिनचर्या की सफाई सिखाएं
ReplyDeleteयह प्रतिदिन यह जांच करना की बच्चे विद्यालय आते समय स्वच्छ आए अर्थात प्रतिदिन नहा कर आए, वह स्वच्छ कपड़े पहने और नाखून कटे हुए हो, यह भी ध्यान रखें कि बच्चों के सामने कभी भी गंदगी ना फैलाएं | अपने आसपास के वातावरण को स्वच्छ रखें व बच्चों में अच्छी आदतों का विकास करें|
ReplyDeleteबच्चे स्वस्थ संबंधी आदतों का पालन कर रहे हैं
ReplyDeleteबच्चे की शारिरीक स्वच्छता पर ध्यान देगे जैसे-प्रतिदिन नहाना, दाॅतो की सफाई, बाल बनाना, चटे हुऐ नाखुन इत्याई। इसके साथ साथ परिवारिक स्वस्थ वातावरण का होना भी उतना ही आवश्यक है।
ReplyDeleteबचपन से ही बच्चे स्वच्छता जैसे बार बार हाथ धोना, साफ कपङे पहनना, खान पान में सफाई का ध्यान रखना सीखते हैं, जो उनके भावी जीवन में काम आता है।यह बात देखने के लिए हम सबसे पहले बच्चे अपने नाखून कटे हो ना बालों में कंघी और तेल होना दांतों की सफाई रोज नहाकर विद्यालय आना विद्यालय गणवेश में आना साफ स्वच्छ कपड़े पहनना इसके साथ ही उनकी नोटबुक पर कवर नाम लिखा होना आदि क्षेत्रों के साथ-साथ हम कक्षा कक्षा में व्यवस्थित तरीके से बैठना कागज काटने पर उसे कूड़ेदान में डालना अपनी वस्तुओं को इधर-उधर ना फैलाकर व्यवस्थित रखना आदि ध्यान देंगे
Deleteअपने आस-पास सफाई रखना, बालों को कंघी करना, दांत साफ करना
ReplyDeleteClass room me saaf-safai ka dhyan rkhna, apne aas-pas saaf safai ka dhyan rkhna,etc.
ReplyDeleteबच्चो को उनके स्तर के अनुसार पढ़ा सकते हैं सभी को एक साथ नहीं सिखा सकते हैं क्युकि सभी के सीखने की प्रगति समान नहीं होती
ReplyDeleteबच्चों की शारीरिक स्वच्छता पर ध्यान देंगे जैसे मैं प्रतिदिन नहाना बाल साफ करना नाखून काटने इत्यादि तथा घर की स्वच्छता पर भी ध्यान देंगे
ReplyDeleteबच्चे स्वस्थ संबंधी आदतों का पालन कर रहे हैं
DeleteREPLY
bachchon ki vyktigat safai aur uske pariwesh and family walon se milkr swachhta ki jankari prapt kr skte hain
ReplyDeleteबच्चों को साफ सफाई के बारे मे बताएंगे ओर उनकी प्रतिदिन नहाना ओर अपने आस पास में सफाई रखना कक्षा कक्ष ओर अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखे उसके लिए वातावरण बनाने के लिए ध्यान देंगे
ReplyDeleteBachho ko aas pas ki swachata or sharirik swachata ke parti jagruk karna
ReplyDeleteयह प्रतिदिन यह जांच करना की बच्चे विद्यालय आते समय स्वच्छ आए अर्थात प्रतिदिन नहा कर आए, वह स्वच्छ कपड़े पहने और नाखून कटे हुए हो, यह भी ध्यान रखें कि बच्चों के सामने कभी भी गंदगी ना फैलाएं | अपने आसपास के वातावरण को स्वच्छ रखें व बच्चों में अच्छी आदतों का विकास करेबच्चे स्वस्थ संबंधी आदतों का पालन करे
ReplyDeleteChildren's must follow the hygiene rules and regulations. For healty environment.
ReplyDeleteरोजाना विद्यालय में दाँत की सफाई,
ReplyDeleteनाखून काटने की जांच,
नहाने तथा साफ कपड़े पहनने की जांच,
अपने आस पास के परिवेश की सफाई की बात करना,
खाना खाने से पहले और शौच जाने के बाद हाथ साबुन से धोने के लिए प्रेरित करना ।
उपरोक्त बातो से हम निगरानी रख सकते है।
बच्चे को अपनी व्यक्तिगत स्वच्छता अपने विद्यालय केवातावरण और अपने आसपास के परिवेश को स्वच्छ रखने के लिए प्रेरित करेंगे
ReplyDeleteWe have to care about health of children's
ReplyDeleteयह देखने के लिए की बच्चे स्वच्छता संबंधी आदतों का पालन कर रहे है हम देखेंगे की बच्चे,प्रतिदिन दांत साफ कर रहे है ,प्रतिदिन स्नान करते है ,नियमित रूप से नाखून काटते है ,साफ ड्रेस पहनते है बालों मे तेल लगाते है ,कंघी करते है कचरे को कचरा-पात्र मे डालते है नोटबुक साफ सुथरी है अपनी किताबों को व्यवस्थित रखते है अपने आस-पास साफ सफाई रखरे है |
ReplyDeleteबच्चे स्वच्छता का ध्यान दे रहे हैं यह बात देखने के लिए हम सबसे पहले यह देखेंगे की बच्चे नियमित रूप से अपने नाखून काटते है बालों में कंघी करते है और तेल लगाते है रोज दांतों की सफाईकरते है रोज नहाकर विद्यालय आते है विद्यालय मे साफ स्वच्छ कपड़े पहनकर आते है इसके साथ ही उनकी नोटबुक पर कवर नाम लिखा होना आदि क्षेत्रों के साथ-साथ हम कक्षा कक्षा में व्यवस्थित तरीके से बैठना कागज काटने पर उसे कूड़ेदान में डालना अपनी वस्तुओं को इधर-उधर ना फैलाकर व्यवस्थित रखना आदि ध्यान देंगे
ReplyDeleteBEST EFFORTS OF DEPARTMENT
ReplyDeleteVery help ful for easy teaching
ReplyDeleteबच्चे स्वच्छता का ध्यान रख दे रख रहे हैं यह बात देखने के लिए हम सबसे पहले बच्चे अपने नाखून कटे हो ना बालों में कंघी और तेल होना दांतों की सफाई रोज नहाकर विद्यालय आना विद्यालय गणवेश में आना साफ स्वच्छ कपड़े पहनना इसके साथ ही उनकी नोटबुक पर कवर नाम लिखा होना आदि क्षेत्रों के साथ-साथ हम कक्षा कक्षा में व्यवस्थित तरीके से बैठना कागज काटने पर उसे कूड़ेदान में डालना अपनी वस्तुओं को इधर-उधर ना फैलाकर व्यवस्थित रखना आदि ध्यान देंगेबच्चों को स्व्च्छता के बारे मे समझाना ओर निगरानी रखना कि वह रोजाना सफाई का ध्यान रखते कि नही जैसे नहाना, दांतों की सफाई, घर मे सफाई आदि
ReplyDeleteप्रार्थना सभा में उनकी विद्यालय पौशाक का निरीक्षण, स्नान आदि के लिए बालों का निरीक्षण और सोमवार को दांत और नाखूनों का कक्षाध्यापक द्वारा प्रार्थना सभा के दौरान निरीक्षण द्वारा तथा प्रतिदिन सबसे स्वस्थ साफ़ सफाई वाले बच्चे का नाम प्रार्थना सभा में ही उच्चारित करके उसके लिए तालियाँ बजाकर तथा मासिक पुरस्कार देकर जो पुरे महीने साफ़ सफाई का ध्यान रखता है उसे
ReplyDeleteप्रार्थना के समय बच्चों के नाखून ,दांत ,साफ कपड़ों कीजांच करना और इसके लिए उन्हें समझाना और प्रोत्साहित करेंगे।
ReplyDeleteबच्चे स्वच्छता का ध्यान रख दे रख रहे हैं यह बात देखने के लिए हम सबसे पहले बच्चे अपने नाखून कटे हो ना बालों में कंघी और तेल होना दांतों की सफाई रोज नहाकर विद्यालय आना विद्यालय गणवेश में आना साफ स्वच्छ कपड़े पहनना इसके साथ ही उनकी नोटबुक पर कवर नाम लिखा होना आदि क्षेत्रों के साथ-साथ हम कक्षा कक्षा में व्यवस्थित तरीके से बैठना कागज काटने पर उसे कूड़ेदान में डालना अपनी वस्तुओं को इधर-उधर ना फैलाकर व्यवस्थित रखना आदि ध्यान देंगे।
ReplyDeleteशिक्षक को व्यक्तिगत रुप से विद्यालय आने पर प्रार्थना सभा में सभी बच्चोंपर ध्यान देने की आवश्यकता होती है कि प्रत्येक बच्चे दांत साफ कर रहे हैं कि नहीं बालों की सफाई कर रहे हैं कि नहीं हाथ कान नाक में अच्छे से साफ रख रहे हैं कि नहीं और बाथरूम से आने के बाद हैंडवाश कर रहे हैं कि नहीं इन सब चीजों से हम किसी भी बच्चे का स्वच्छता के प्रति उसके समझदारी का आकलन किया जा सकता है।
ReplyDeleteबच्चों को घर पर स्वच्छता का पालन करने हेतु प्रेरित करना तथा शाला में बच्चों को बीमारियों से बचाने के लिए हाथ धोना नाखूनों को काटकर रखना हाथ धोते समय साबुन का उपयोग करना अपने आसपास गंदगी नहीं रखना आदि के लिए प्रोत्साहित करते रहना चाहिए जैसे बच्चों के दिमाग में स्वच्छता के प्रति नया दृष्टिकोण उत्पन्न होगा तथा इसके लाभों को भी बच्चे समझ सकेंगे
ReplyDeleteबच्चे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के प्रति अपनी समझ विकसित करने में सक्षम होगे
ReplyDeleteबच्चों को सफाई के बारे में जागरूक करना चाहिए ऐसे दांतो की सफाई नहाना नाखून काटना आदि
ReplyDeleteबच्चों को सफाई के बारे में जागरूक करना चाहिए जैसे दांतो की सफाई नहाना नाखून काटना बालों में तेल डालना इत्यादि आदि
ReplyDeleteBachchon k swachta k aadat k bare m pta karne k liye dekhna hoga k unke baal, nakhoon karte hain ya nahi. Unhen saaf swachh is uniform pehna hai ya nai. bachchon ko swachta ki avashyakta ko samjhana hoga
ReplyDeleteस्कूल में प्रतिदिन बच्चों के नाखूनों बालों दांतों आँखों कानो त्वचा आदि पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है जिससे उनमें किसी प्रकार से संक्रमण न पनपने पाए और सीखने के पर्याप्त अवसर पा सके
ReplyDeleteबच्चों का प्रारंभिक बाल्यावस्था का समय बहुत ही महत्वपूर्ण होता है ।इस समय इनकी पांचों इंद्रियों का विकास होता है ।इस अवधि में इनका मस्तिष्क बहुत तेजी से विकास करता है। इसी समय बच्चों को अच्छी व्यक्तिगत स्वच्छता की आदतों को सिखाना चाहिए। इन्हें हाथ, मुंह , दांत आदि धोने के उचित तरीके सिखाना चाहिए ।एमडीएम के समय बच्चों की निगरानी अत्यंत आवश्यक है।
ReplyDeleteBachcho ke sath sath unke parents ko bhi swachta ke prati aware karna hoga.Bache chote hone ke karan itna dhyan nhi de paate...isliye school main bachcho ko sikhane ke sath sath unke parents ko bhi jaagruk karna hoga.
ReplyDeleteStupendous fantbulous fantastic idea
ReplyDeleteउत्कृष्ट मॉड्यूल
ReplyDeleteबच्चों को बताएंगे कि नहाते समय नाक को रोज साफ करना भी जरूरी है। उन्हें अपने अंडरवियर को रोज बदलने और साफ-सुथरे कपड़े पहनने की आदत डालें। बच्चों को कम से कम सप्ताह में दो बार बालों को शैंपू से धोना जरूरी है ताकि बालों से तेल और गंदगी निकल जाए। जब तक बच्चे पांच साल के न हो जाएं उन्हें टायलेट में अकेले न जाने दें।
ReplyDeleteRADHA RANI (IHT)
COMPOSITE CHAUDIYAI
BLOCK GANJDUNDWARA
DIST KASGANJ
Baccho jldi Utena ..ko daily nhana ..toothbrush krna..apne body parts ki safai..Saaf kpde penna ..ki aadato k bare m btaya..Jaye. Sath hi class m kagaj k tookde..idhr udhar n fake.. school ki safai ka b dhyan rhna sikhaya jaye
ReplyDeleteरोजाना विद्यालय में दाँत की सफाई,
ReplyDeleteनाखून काटने की जांच,
नहाने तथा साफ कपड़े पहनने की जांच,
अपने आस पास के परिवेश की सफाई की बात करना ,
खाना खाने से पहले और शौच जाने के बाद हाथ साबुन से धोने के लिए प्रेरित करना ।
ऊपर की बात से हम समाचार रख सकते हैं।
बच्चों में अच्छी आदतें टीचर्स द्वारा विकसित की जानी चाहिए। अच्छे स्वास्थ्य और खुशहाली के लिए स्वच्छता बहुत ही आवश्यक है। साफ-सफाई से अनेक बीमारियों से आसानी से बचा जा सकता है अतः बच्चों में स्वच्छता सम्बन्धी आदतें विकसित की जानी चाहिए।
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ReplyDeleteBachhon k swchhatas sambandhit kriklapon par dhyan dena chahiye
ReplyDeleteबच्चे स्वच्छता का ध्यान रख रहे हैं यह बात देखने के लिए हम सबसे पहले बच्चे के अपने नाखून कटे होना,बालों में कंघी और तेल होना,दांतों की सफाई रोज नहाकर विद्यालय आना,विद्यालय गणवेश में आना साफ स्वच्छ कपड़े पहनना इसके साथ ही उनकी नोटबुक पर कवर नाम लिखा होना आदि क्षेत्रों के साथ-साथ हम कक्षा कक्षा में व्यवस्थित तरीके से बैठना कागज काटने पर उसे कूड़ेदान में डालना अपनी वस्तुओं को इधर-उधर ना फैलाकर व्यवस्थित रखना आदि ध्यान देंगे
ReplyDeleteबच्चे स्वच्छता का ध्यान रख रहे हैं या नहीं यह बात पलकों को और अध्यापकों को जानना बहुत जरूरी है यह बात देखने के लिए हमें सबसे पहले बच्चों के नाखून देखने चाहिए कि वे कटी हैं या नहीं बच्चों के बालों में कंघी और तेल होना चाहिए दोनों की साफ सफाई होना चाहिए और हमें इस बात पर विशेष कर ध्यान देना चाहिए कि बच्चे रोज नहाकर विद्यालय आएं विद्यालय का गणवेश सदैव साफ स्वच्छ होना चाहिए उनकी नोटबुक और कॉपी किताबों पर कबर होने चाहिए इसके अलावा प्रत्येक कक्षा में शिक्षक को यह बात इस बात पर ध्यान देना चाहिए बच्चे कक्षा कक्ष में सही तरीके से व्यवस्थित तरीके से बैठते हैं या नहीं कूड़े को कूड़ेदान में डालना चाहिए स्कूल परिसर को स्वच्छ साफ रखना चाहिए
ReplyDeleteबच्चों की व्यक्तिगत स्वच्छता जैसे नाखून काटना, प्रतिदिन स्नान, स्वच्छ कपड़े पहनना, बार-बार साबुन से हाथ धोना आदि के बारे में जानकारी देना तथा बच्चों से उनके घर तथा विद्यालय के आसपास के वातावरण की सफाई व स्वच्छता का महत्व समझाना । गंदगी से होने वाली विभिन्न बीमारियों के बारे में विद्यार्थियों को बताना आदि।
ReplyDeleteबच्चे घर में किस प्रकार सफाई का ध्यान रखते हैं स्नान करना कपड़े साफ रखना खाना खाने से पहले हाथ धोना अच्छे वातावरण में रहना स्वच्छता का पालन
ReplyDeleteकरना |
बच्चे स्वच्छता का ध्यान रख दे रख रहे हैं यह बात देखने के लिए हम सबसे पहले बच्चे अपने नाखून कटे हो ना बालों में कंघी और तेल होना दांतों की सफाई रोज नहाकर विद्यालय आना विद्यालय गणवेश में आना साफ स्वच्छ कपड़े पहनना इसके साथ ही उनकी नोटबुक पर कवर नाम लिखा होना आदि क्षेत्रों के साथ-साथ हम कक्षा कक्षा में व्यवस्थित तरीके से बैठना कागज काटने पर उसे कूड़ेदान में डालना अपनी वस्तुओं को इधर-उधर ना फैलाकर व्यवस्थित रखना आदि ध्यान देंगे
ReplyDeleteकरनपाल सिंह (स.अ.)
उ प्रा विद्यालय शेरनी
ब्लॉक राया
जिला मथुरा
हुआ सबेरा चिड़िया बोली
ReplyDeleteबच्चों ने तब आंखे खोली
अच्छे बच्चे मंजन करते
मंजन करके कुल्ला करते
कुल्ला करके रोज नहाते
रोज नहाकर खाना खाते
खाना खा कर पढ़ने जाते
ये कविता नहीं बल्कि अच्छी बातों का खजाना है, नई शिक्षा नीति इसी पर प्रकाश डालती है।
बच्चों को स्वच्छता के बारे में बताना तथा स्वच्छता के बारे में उनकी गतिविधियों की मॉनिटरिंग करना साथ ही बच्चों से मित्रवत व्यवहार रखना ताकि वे खुलकर स्वच्छता के बारे में बात कर सके और अपनी जिज्ञासा शांत कर सके सफाई पर विशेष ध्यान देना चाहिए
ReplyDeleteमनसा कुमारी राठौर शिक्षा मित्र
बच्चे स्वच्छता का ध्यान रख दे रख रहे हैं यह बात देखने के लिए हम सबसे पहले बच्चे अपने नाखून कटे हो ना बालों में कंघी और तेल होना दांतों की सफाई रोज नहाकर विद्यालय आना विद्यालय गणवेश में आना साफ स्वच्छ कपड़े पहनना इसके साथ ही उनकी नोटबुक पर कवर नाम लिखा होना आदि क्षेत्रों के साथ-साथ हम कक्षा कक्षा में व्यवस्थित तरीके से बैठना कागज काटने पर उसे कूड़ेदान में डालना अपनी वस्तुओं को इधर-उधर ना फैलाकर व्यवस्थित रखना आदि ध्यान देंगे
Deleteप्रत्येक दिन बच्चों के व्यक्तिगत स्वच्छता एवं स्वास्थ्य के बारे में जानकारी प्राप्त करना एवं उसके लाभों के बारे में बताना आवश्यक है और बच्चों से जानकारी भी ली जाए जिससे उनकी संप्रेषण क्षमता में भी वृद्धि होगी
ReplyDeleteबच्चे हमेशा इस छोटी उम्र में अपने माता पिता ,भाई-बहन दादा-दादी आदि सभी को बहुत नोटिस कर रहे होते है सबसे पहले बड़ो को सफाई के लिए एक उदाहरण बच्चे के सामने प्रस्तुत करना जैसे -दांत हांथ मुँह के साथ नियमित स्नान करना ।साथ ही हाथ के नाखून को छोट रखना ,साफ सुधरे कपड़े पहनना आदि आदतों का ध्यान रखना
ReplyDeleteबच्चे स्वच्छ आदतों का पूरी तरह से पालन कर रहें हैं तथा स्वच्छता का ध्यान रख रहे हैं।
ReplyDeleteबच्चे स्वच्छता का ध्यान रख दे रख रहे हैं यह बात देखने के लिए हम सबसे पहले बच्चे अपने नाखून कटे हो ना बालों में कंघी और तेल होना दांतों की सफाई रोज नहाकर विद्यालय आना विद्यालय गणवेश में आना साफ स्वच्छ कपड़े पहनना इसके साथ ही उनकी नोटबुक पर कवर नाम लिखा होना आदि क्षेत्रों के साथ-साथ हम कक्षा कक्षा में व्यवस्थित तरीके से बैठना कागज काटने पर उसे कूड़ेदान में डालना अपनी वस्तुओं को इधर-उधर ना फैलाकर व्यवस्थित रखना आदि ध्यान देंगे|
ReplyDeleteबच्चों को स्वच्छता के बारे में समझाना और निगरानी रखना की वह रोजाना सफाई का ध्यान रखते हैं कि नहीं जैसे नहाना, दांतो की सफाई, घर में सफाई आदि।
ReplyDeleteबच्चा 1- अपने नाखून साफ रखता है 2- हाथ साबुन से साफ करके ही खाना खाता है, शौच से आने के बाद साबुन से हाथ धोता है.3- नियमित स्नान करता है 4- परिवेश की सफाई करता है..
ReplyDeleteउपरोक्त कार्य बच्चे की स्वच्छता के प्रति लगाव को प्रदर्शित करता है.
बच्चों के स्वच्छता सम्बन्धित निगरानी के लिए यह प्रस्ताव रखेगें कि बच्चा सुबह समय से जागे,दांतो को ब्रश से साफ रखे,हाथो की अच्छी तरह सफाई करे,स्नान कर बालों तथा शारीर को स्वच्छ रखे,नाखून छोटे एवं साफ रखे,इत्यादि।
ReplyDeleteKeep surroundings clean and make students aware about cleanliness. I will check their nails wash hands and teeth.
ReplyDeleteMorning assembly will be the best time to inculcate personal health and well being related awareness in the students..
ReplyDeleteबच्चों को स्व्च्छता के बारे मे समझाना ओर निगरानी रखना कि वह रोजाना सफाई का ध्यान रखते कि नही जैसे नहाना, दांतों की सफाई, घर मे सफाई आदिl
ReplyDeleteHum pratidin bachho ko safae ka mahatv samjhayeen or safae rakhane se kitani pareshaniyon se bacha jata hai or nahi rakhane par kitani bimariyon ka samna karna padta hai..... Daily bachho ki individually safae ki janch ki jae.... Thanks
ReplyDeletePrarthna ke uprant bachcho ko swachta ke bare me pratidin jankari denge gandhi se hone vali bimariyo ke bare me batayenge pratidin swachta ki janch karenge nakhun Kate ha ya nhi kapde swachch ha ya nhi daily nhadhoker swach vastra pahan raha ya nhi dant gande to nhi aadi bato ka dhyan rakhenge.
ReplyDeleteBachho main safae ki aadaton ka vikas karte hue safae nahi karne par hone vali bimariyon se avagat karvana
ReplyDeleteVery informative and commendable course
ReplyDeleteबच्चे अपने नाखून कटे हो ना बालों में कंघी और तेल होना दांतों की सफाई रोज नहाकर विद्यालय आना विद्यालय गणवेश में आना साफ स्वच्छ कपड़े पहनना इसके साथ ही उनकी नोटबुक पर कवर नाम लिखा होना आदि क्षेत्रों के साथ-साथ हम कक्षा कक्षा में व्यवस्थित तरीके से बैठना कागज काटने पर उसे कूड़ेदान में डालना अपनी वस्तुओं को इधर-उधर ना फैलाकर व्यवस्थित रखना आदि ध्यान देंगे
ReplyDeleteNakhun katna ,nahana ,balo m kanghi krna , shudd peyjal ka sevan ,saf kapde phnna aadi kshetro m dhyan denge
ReplyDeleteयह निश्चित करने के लिए कि बच्चे स्वच्छता संबंधी आदतों का पालन कर रहे हैं या नहीं। इसके लिए प्रार्थना स्थल पर बच्चों की यूनीफॉर्म साफ है या नहीं,स्नान करके आये हैं या नहीं,बाल व नाखून कटे हैं या नहीं। इसके अतिरिक्त हम निगरानी रखेंगे कि स्कूली भोजन ग्रहण करने से पूर्व और बाद में हाथों को अच्छी तरह साफ कर रहे हैं या नहीं आदि
Deleteबच्चों को कहानी खेल कविता गीत आदि के माध्यम से स्वच्छता के संस्कार दिए जा सकते हैं जिससे बच्चे अधिक से अधिक प्रेरित हो सकें
ReplyDeleteBachhe daily swachhata ka dhyan rakh rhe hai ya nhi
ReplyDeleteIske liye hum teacher ko
Dhyan dena hoga ki
Unke nail cut h
Baalo me kanghi hui h
Toothpaste kiye h
Daily bathing
बच्चे स्वच्छता संबंधी नियमों का पालन कर रहे हैं।
ReplyDeleteबच्चों को समझाना साफ सफाई करने से क्या लाभ है. उनके नाखून कटे होने चाहिए. शौच क्रिया के बाद साबुन से हाथ अवश्य धोएं. प्रतिदिन नहाए और साफ कपड़े पहने ताजा भोजन खाएं.
ReplyDeleteBachhon ke nakhun ,baalon aur uniform ki swachchta par vishesh dhyan de kar swachchta sambandhi aadton pr dhyan diya ja sakta hi.
ReplyDeleteShweta Singh
H.M. P.S.Kilouli
sataon , Raebareli
प्रत्येक दिन प्रार्थना सभा व कक्षा में उनका अवलोकन कर।
ReplyDeleteबच्चों से स्वछता के विषय में पूछकर या छोटे एक्टिंग scene कराकर जिससे यह पता चल सके कि वो सही समझ कर सही और रोजाना अपनी सफाई का ख्याल रखते हैं।
बच्चें स्वच्छता संबंधी आदतों का पालन कर रहे हैं, इसे सुनिश्चित करने के लिए हमें उनके व्यक्तिगत क्षेत्र एवं परिवेशीय क्षेत्र की निगरानी करना आवश्यक है।
ReplyDeleteBacchon ki neat and cleaneness daily check kiya jata hai.
ReplyDeleteप्रार्थना स्थल पर बच्चों की यूनिफॉर्म बाल नाखून आदि की निगरानी करना प्रतिदिन बच्चों को स्वच्छता के महत्व और आवश्यकता को समझाते हुए साफ सफाई के लिए निरंतर प्रेरित करना।
ReplyDeleteविद्यालय में बच्चे प्रतिदिन कक्षा कक्ष की सफाई रखते हैं या नहीं ,भोजन करने से पूर्व हाथ धोते हैं या नहीं, स्वच्छ वस्त्र पहनते हैं या नहीं , नित्य स्नान करके आते हैं या नहीं आदि क्षेत्रों में निगरानी रख हम यह निर्धारित कर सकते हैं कि बच्चों में स्वच्छता संबंधी आदतों का विकास हुआ या नहींइसके लिए प्रार्थना स्थल पर बच्चों की यूनीफॉर्म साफ है या नहीं,स्नान करके आये हैं या नहीं,बाल व नाखून कटे हैं या नहीं। इसके अतिरिक्त हम निगरानी रखेंगे कि स्कूली भोजन ग्रहण करने से पूर्व और बाद में हाथों को अच्छी तरह साफ कर रहे हैं या नहीं आदि प्रतिदिन का प्रस्ताव रखेंगे।
ReplyDeleteस्वच्छता आदते विकसित करने में धैर्य और समय दोनों की आवश्यकता है।
ReplyDeleteउ०प्रा०वि०मित्रसेनपुर उसरी (संविलयन)
वि०ख० रसूलाबाद, का० दे०
Bacchon ko pratidin saaf Safai ke bare mein jankari dete rahana chahie
ReplyDeleteबच्चे स्वच्छता का ध्यान रख दे रख रहे हैं यह बात देखने के लिए हम सबसे पहले बच्चे अपने नाखून कटे हो ना बालों में कंघी और तेल होना दांतों की सफाई रोज नहाकर विद्यालय आना विद्यालय गणवेश में आना साफ स्वच्छ कपड़े पहनना इसके साथ ही उनकी नोटबुक पर कवर नाम लिखा होना आदि क्षेत्रों के साथ-साथ हम कक्षा कक्षा में व्यवस्थित तरीके से बैठना कागज काटने पर उसे कूड़ेदान में डालना अपनी वस्तुओं को इधर-उधर ना फैलाकर व्यवस्थित रखना आदि
ReplyDeleteविद्यालय में रोज छात्रों की जांच की जाएगी इसमें प्रमुखता पर दातों की सफाई, नहाना ,बालों में तेल एवं कंघी की हुई,साफ कपड़े, सप्ताह में दो बार नाखून कटे हुए, नियमित खाने से पहले एवं खाना खाने के बाद साबुन से हाथों को धोना, शौच से आने के बाद हाथों को साबुन से धोना, खुद को एवं अपने परिवेश को स्वच्छ रखना ,कूड़े को कूड़ेदान में डालना आदि की निगरानी रखी जाएगी जिसके लिए विद्यालय स्तर पर एक छोटी सी छात्रों की भी कमेटी बनाई जाएगी।
ReplyDeleteAjay Kumar Singh
ReplyDeleteप्रतिदिन के आधार पर बच्चों के गणवेश साफ है के नहीं , बालों में कंघी की हुई हैकि नहीं नाखून कटे होने चाहिए ,बैग व्यवस्थित है,कापी किताब की स्वक्षता, कुलमिलाकर व्यक्तिगत और पढ़ाई-लिखाई से संबंधित स्वक्षता पर निगरानी रखने का प्रस्ताव रखेंगे।
For daily cleanliness,we must check their fullbody cleanliness,their uniforms.We must tell them about handwashing before eating and after using toilets.
ReplyDeleteHello friends
ReplyDeleteसबसे पहले तो हम बच्चों को स्वच्छता से सम्बंधित कोई कविता कहानी कार्टून से परिचय कराये, साथ ही हमें अपने आप को उदाहरण स्वरूप बच्चों के सामने प्रस्तुत करना होगा क्योंकि बच्चे जो देखते हैं उसी का अनुकरण करते हैं।
children should taught to be neat and clean keep their surroundings clean their things should be in order so they may bring changes at home also
ReplyDeleteबच्चे स्वच्छता संबंधी आदतों का पालन कर रहे हैं इसके लिए उनकी शारीरिक स्वच्छता जैसे नाखून काटना, दांत साफ करना, हाथ धोना, प्रतिदिन नहाना, साफ कपड़े पहनना, शरीर के विभिन्न हिस्सों में मैल न होना, बालों की सफाई आदि साथ विद्यालय परिसर एवं कक्षा कक्ष में कचरे के लिए कूड़ेदान का प्रयोग, डोर मैट का प्रयोग, शौचालय एवं मूत्रालय का प्रयोग करने की निगरानी आवश्यक है
ReplyDeleteबच्चों को स्वच्छता के बारे मे समझाना और निगरानी रखना कि वह रोजाना सफाई का ध्यान रखते है की नही ।यह निश्चित करने के लिए कि बच्चे स्वच्छता संबंधी आदतों का पालन कर रहे हैं या नहीं। इसके लिए प्रार्थना स्थल पर बच्चों की यूनीफॉर्म साफ है या नहीं,स्नान करके आये हैं या नहीं,बाल व नाखून कटे हैं या नहीं। इसके अतिरिक्त हम निगरानी रखेंगे कि स्कूली भोजन ग्रहण करने से पूर्व और बाद में हाथों को अच्छी तरह साफ कर रहे हैं या नही।
ReplyDeleteप्रत्येक दिन बच्चों के व्यक्तिगत स्वच्छता एवं स्वास्थ्य के बारे में जानकारी प्राप्त करना एवं उसके लाभों के बारे में बताना आवश्यक है और बच्चों से जानकारी भी ली जाए जिससे उनकी संप्रेषण क्षमता में भी वृद्धि होगी।
ReplyDeleteप्रतिदिन विद्यालय असेंबली के दौरान बच्चों को व्यक्तिगत साफ-सफाई एवं स्वच्छता के महत्व को बताया जाए और प्रतिदिन इसकी जांच भी की जाए I अभिभावकों से संपर्क करके उन्हें भी स्वच्छता के महत्व से अवगत कराया जाए और बच्चों को प्रतिदिन विद्यालय में साफ-सुथरे ढंग से भेजने को प्रेरित किया जाएl
ReplyDeleteYah nishchit karne ke liye ki bacche pratidin swasthya sambandhi aadaton ka palan kar rahe hain ki nahin iske liye prasidh hai yah dekhne ka prastav rakhenge ki bacche prasiddh inshallah mein saaf Safai se a rahe Hain ki nahin iski jaanch karenge aur bacchon Ko Narendra swachhata sambandhi aadaton ke liye prerit karte rahenge
DeleteUnknown18 October 2021 at 12:12
ReplyDeleteबच्चे प्रति दिन स्वच्छता संबंधी आदतों का अपने जीवन में में पालन कर रहे हैं
Sanskaran
सर्वप्रथम विद्यालय में बच्चे प्रार्थना सभा में एकत्रित होते हैं , हम वही से इसकी शुरुआत कर सकते है उनकी वेशभूषा का आकलन कर।
ReplyDeleteपुनः कक्षा में उनके बैठक का तरीका कैसा है, उनके द्वारा लाई गई शैक्षणिक सामग्रियों के रखरखाव के तरीकों का निरीक्षण कर, उनके लेखन संबंधी अस्वच्छता की निगरानी कर।
यदि वह इनमे से किसी भी प्रकार की त्रुटियाँ करते है तो हमारा शिक्षक के रूप में दायित्व है की हम उनको सही दिशा निर्देश प्रदान कर सही रूप में स्वकच्छता के मायनो से अवगत कराएँ । साथ ही से हमें इस बात पर विशेष ध्यान रखना होगा कि बच्चों को यह भी पता लगे कि मात्र भौतिक रूप से की गई सफाई ही पर्याप्त नही अपितु उन्हें यह बोध हो कि " मन , कर्म एवं वाणी " की स्वच्छता ही वास्तविक रूप में पूर्ण स्वच्छता है।
A lot of creativity in this module
ReplyDeletePre school activities samajhane ka awasar hai is module me.
ReplyDeleteबचपन से ही बच्चे स्वच्छता जैसे बार बार हाथ धोना, साफ कपङे पहनना, खान पान में सफाई का ध्यान रखना सीखते हैं, जो उनके भावी जीवन में काम आता है।
Deleteकक्षा वार बच्चों की स्वक्षता पर ध्यान दिया जाना चाहिए। कक्षा १ से ३ तक के छोटे बच्चों की तो समस्त प्रकार की स्वक्षता पर निगरानी रखनी पड़ेगी। विद्यालय में कैसे कपड़े पहनकर आते हैं दांतों को साफ करके आते हैं कि नहीं नाखून कटे हैं या नहीं।हाथ धोने की आदत तो इन्हें बतानी पड़ेगी। बड़ी कक्षाओं के बच्चों को ये सब पता हो जाता है पर वे नजरांदाज करते हैं । इसके लिए उनकीनियमित जांच करवानी चाहिए और विद्यालय पर ही साफ सफाई की व्यवस्था करनी चाहिए।जैसे दांत साफ करवाना हाथ मुंह साफ करके धुलवाना। कपड़े गन्दे होने पर अभिभावक को बुलाकर समझाएं।कक्षा कक्ष की सफाई व्यवस्था के बारे में बच्चों को प्रेरित करना चाहिए ।
ReplyDeleteबच्चों मे प्राइमरी स्तर से ही स्वच्छता का पाठ पढाने से जैसे कि भोजन के पूर्व हाथो की सफाई, नाखून काटना, लैटिन के बाद हाथों की एवं पैरों की सफाई, प्रतिदिन स्नान से शरीर की सफाई आदि की महत्त्वपूर्ण हो जाता है।
ReplyDeleteबच्चों में स्वच्छता से संबंधित जानकारी प्रार्थनास्थल पर दिए जाने के साथ ही उनके हाथ, नाखून, बाल ,दाँत, कपड़ों का नियमित निरीक्षण करके स्वच्छ रहने वाले बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए बाकी लोगों को भी इस प्रकार से प्रतियागिता में अपने को शामिल होने के लिए प्रेरित किया जाता है। कक्षा, परिसर, शौचालय, नल इत्यादि की नियमित स्वच्छता करवाई जाती है।
ReplyDeleteBachho ko nakhun , kapde aadi ko saf kyu krte hain unke bare me jankari dene ke uprant unke safai ko daily dekha jayega
ReplyDeleteबच्चे जब स्कूल में सुबह आते हैं तभी बच्चों को सफाई के बारे में बताना चाहिए। जिसमें नाखून, दांत, बाल के साफ-सफाई के तौर तरीके v खाने से पूर्व v शौच के बाद साबुन से हाथ धोने जैसी दैनिक जानकारियों से अवगत करवाया जाना चाहिए।
ReplyDeleteबच्चों की व्यक्तिगत स्वच्छता जैसे नाखून काटना, प्रतिदिन स्नान, स्वच्छ कपड़े पहनना, बार बार साबुन से हाथ धोना आदि के बारे में जानकारी देना तथा बच्चों से उनके घर तथा विद्यालय के आसपास के वातावरण की सफाई व स्वच्छता का महत्व समझाना । गंदगी से होने वाली विभिन्न बीमारियों के बारे में विद्यार्थियों को बताना। विजय कुमार प्र॰अ॰
ReplyDeleteजे एच एस ज
Bachcho ko swachchhata ke prati jagruk kiya jana chahiye.
ReplyDeleteबच्चे स्वच्छता संबंधी आदतों का पालन कर रहे हैं इसको जानने के लिए बच्चे के दैनिक क्रियाकलापों पर ध्यान देना होगा।समय से उठें,शौचालय जांय साबुन या राख से हाथ धोए ,दांत ब्रश द्वारा साफ करे, नहाये ,बाल कंघी करे, हाथ धोकर खाना खाये,खाना खाने के बाद हाथ धोए ,अपने आस पास स्वच्छता रखे।
ReplyDeleteBeneficial for children
ReplyDeleteबच्चे स्वच्छता का ध्यान रख दे रख रहे हैं यह बात देखने के लिए हम सबसे पहले बच्चे अपने नाखून कटे हो ना बालों में कंघी और तेल होना दांतों की सफाई रोज नहाकर विद्यालय आना विद्यालय गणवेश में आना साफ स्वच्छ कपड़े पहनना इसके साथ ही उनकी नोटबुक पर कवर नाम लिखा होना आदि क्षेत्रों के साथ-साथ हम कक्षा कक्षा में व्यवस्थित तरीके से बैठनाl
ReplyDeleteon the daily routine of the children.
ReplyDeleteI am totally agree with above statement.
ReplyDeleteAKANKSHA TYAGIबच्चे स्वच्छता का ध्यान दे रहे हैं यह बात देखने के लिए हम सबसे पहले यह देखेंगे की बच्चे नियमित रूप से अपने नाखून काटते है बालों में कंघी करते है और तेल लगाते है रोज दांतों की सफाईकरते है रोज नहाकर विद्यालय आते है विद्यालय मे साफ स्वच्छ कपड़े पहनकर आते है इसके साथ ही उनकी नोटबुक पर कवर नाम लिखा होना आदि क्षेत्रों के साथ-साथ हम कक्षा कक्षा में व्यवस्थित तरीके से बैठना कागज काटने पर उसे कूड़ेदान में डालना अपनी वस्तुओं को इधर-उधर ना फैलाकर व्यवस्थित रखना आदि ध्यान देंगे
ReplyDeleteबच्चों को अच्छी व्यक्तिगत स्वच्छता की आदतों को सिखाना चाहिए। इन्हें हाथ, मुंह , दांत आदि धोने के उचित तरीके सिखाना चाहिए
Deleteबच्चों को स्वच्छता संबंधी आदतों को सिखाना चाहिए जैसे दांतों की सफाई करना नाखूनों की सफाई करना आदि और सफाई न करने के दुष्परिणाम के बारे में बताना चाहिए
ReplyDeleteबच्चे प्रतिदिन खाना खाने से पहले हाथ धोते हैं या नहीं यह देखा जाए खाना खाने के बाद हाथ धोते हैं सोच के बाद साफ सफाई रखते हैं साफ पानी पीते हैं उन्हें इन सब बातों का ध्यान रखना
ReplyDeleteबहुत जरूरी है
To bring healthy habits in students or children it is not only teachers responsibility but it is everyone's responsibility. Whether it is parents at home ,teachers at school or any human being in general at any place. Remember what we do it's automatically reflects in a child.we should set a living example in front of them.. washing clothes,cutting and cleaning nails,cleaning surrounding,daily bathing, washing hands frequently etc are some of healthy habits.... they should also be taught about the importance of being healthy... importance of macro and micro nutrients for healthy and illness free life ..
ReplyDeleteThey are nation builders they ought to be healthy .
Thankyou
Anita Verma
P.S Milkipur
NIYAMTABAD BLOCK
Chandauli
बच्चों को स्व्च्छता के बारे मे समझाना ओर निगरानी रखना कि वह रोजाना सफाई का ध्यान रखते हैं या नही जैसे नहाना, दांतों की सफाई, घर मे सफाई आदि।
ReplyDeleteबच्चों को स्वछता के बारे मे प्रेरित करना चाहिए ।और उन्हें लाभ एवं हानि के बारे मे बताना चाहिए।दाँत ,बाल,कान, आँख, नाखून, आदि को साफ रखने के लिए प्रेरित करना चाहिए।
ReplyDeleteबच्चों को साफ सफाई एवं स्वच्छता को उनकी आदत में शामिल करना होगा, प्रतिदिन बच्चों के नाखून ,दाँत, बाल, कपड़े की जांच की जायेगी, इस बात की निगरानी की जाये कि बच्चा खाना खाने से पहले हाथ साफ़ करे तथा उन्हे साफ़ सफाई से रहना सिखाना होगा
ReplyDeleteबच्चे अभी हाल ही के दिनों में चल रहे हाथ धुलाई सप्ताह में बहुत कुछ सीखे हैं
ReplyDeleteबच्चो को प्रार्थना सभा मे ही स्वच्छता से समन्धित जानकारी देनी चाहिए तथा अभिभावक से संपर्क करके या PTM में भी जानकारी देनी चाहिए तथा स्वच्छ्ता से संबंधित लाभ-हानि के बारे में शिक्षक को चर्चा करना चाहिएबच्चों को साफ सफाई एवं स्वच्छता को उनकी आदत में शामिल करना होगा, प्रतिदिन बच्चों के नाखून ,दाँत, बाल, कपड़े की जांच की जायेगी, इस बात की निगरानी की जाये कि बच्चा खाना खाने से पहले हाथ साफ़ करे तथा उन्हे साफ़ सफाई से रहना सिखाना होगा
ReplyDelete
ReplyDeleteयह निश्चित करने के लिए बच्चें स्वच्छता संबंधी आदतों का पालन कर रहे हैं, प्रतिदिन की निगरानी रखने के क्षेत्र है-
१)बच्चे की शारीरिक अंग जैसे नाक,दांत, 1 नाखून आदि की सफाई होना।
२) बच्चे का प्रतिदिन स्नान करके गणवेश में आना साफ स्वच्छ कपड़े पहनना ।
३)बच्चे की नोटबुक पर कवर नाम लिखा होना।
स्वछता की आदतों का पालन कर रहें हैं कि नहीं,इसके लिए प्रतिदिन नाखून दांत आदि की स्वच्छता की जांच करेंगे और उनसे कहेंगे कि उन्हें प्रतिदिन नहाना चाहिए
ReplyDeleteबच्चों को स्व्च्छता के बारे मे समझाना ओर निगरानी रखना कि वह रोजाना सफाई का ध्यान रखते कि नही जैसे नहाना, दांतों की सफाई, घर मे सफाई आदि।इसे सुबह सुबह प्रार्थना के ठीक बाद रोज करना चाहिए।
ReplyDeleteबच्चे की स्वच्छता संबंधी समझ और दैनिक जीवन में सवच्छता के तरीकों के प्रयोग की जांच कर सकते हैं, हम दैनिक दिनचर्या में बच्चे के नाखून बालों दांतों आदि की जांच कर पता लगा सकते हैं की बच्चा अपनी शारीरिक संच्छता पर ध्यान देता है अथवा नहीं, इसके अतिरिक्त, विद्यालय या घर के आसपास होने वाली कूदे कचरे गंदगी को लेकर वह क्या सोचता है या बाहरी परिवेश को साफ सुथरा रखने में अपनी क्या भूमिका निभाता है, इसकी निगरानी भी हम कर सकते हैं।
ReplyDeleteसर्वप्रथम हम प्रत्येक दिन प्रार्थना समय पर बच्चों को स्वच्छता के बारे में इस तरह विस्तार से बताएंगे कि वह स्वच्छता के लाभ अच्छे से समझ जाए वह समझ जाएं की स्वच्छ रहना हमारे जीवन के लिए अत्यंत आवश्यक है यदि हम प्रत्येक दिन स्नान नहीं करेंगे तो हमारे शरीर से दुर्गंध आएगी और कोई भी व्यक्ति हमारे पास बैठना नहीं चाहेगा हमारे शरीर की त्वचा पर विभिन्न रोग उत्पन्न हो जाएंगे जैसे खुजली दाद इत्यादि हमें प्रतिदिन अच्छे से स्नान करके स्वच्छ धुले हुए कपड़े पहनकर विद्यालय आना है हमारे नाखून कटे होने चाहिए बड़े हुए नाखून होने पर उन में गंदगी भरती है और गंदगी खाना खाते समय हमारे पेट में चली जाती है और विभिन्न बीमारियां जैसे दस्त उल्टी हैजा
ReplyDeleteइत्यादि बीमारी से ग्रस्त हो जाते हैं हमारे बाल अच्छे से तेल डाले हुए और कंघी किए हुए होने चाहिए बच्चों को अपनी कक्षा कक्ष में गंदगी ना फैलाने के लिए समझाना चाहिए मध्यान्ह भोजन से पहले साबुन से हाथ धोना उनकी दैनिक दिनचर्या में शामिल होना चाहिए उन्हें बताना चाहिए कि सोच के बाद साबुन से हाथ अवश्य धोएं औरअपने घर के आस-पास साफ सफाई रखें अपने माता-पिता को भी सफाई के बारे में जागरूक करें
धर्मेन्द्र कुमार सिसोदिया प्रावि सहिजना विक्षे निघासन लखीमपुर खीरी
ध्यान रखने योग्य बात यह है कि यह बात ध्यान रखने के लिए प्रासंगिक है और रिकॉर्ड करने के लिए अच्छी तरह से ध्यान रखता है। साफ-सुथरी साफ-सुथरी होनी चाहिए और इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि इस तरह के हिसाब से साफ-सुथरा होना चाहिए।
ReplyDeleteनियमित रूप से बच्चों की गतिविधि पर नज़र रखी जाए कि वो स्वयं साफ सुथरा रहता है या नहीं और जिस जगह बैठता है उस की सफाई की ओर ध्यान देता है या नही।
ReplyDeleteबच्चे अभी हाल ही के दिनों में चल रहे हाथ धुलाई सप्ताह में बहुत कुछ सीखे हैं।
ReplyDeleteबच्चों को स्वछता के बारे मे प्रेरित करना चाहिए ।और उन्हें लाभ एवं हानि के बारे मे बताना चाहिए।
ReplyDeleteयदि बच्चे के घर का वातावरण अच्छा है तो वे पहले से ही स्वच्छता के बारे जानकारी रखते हैं और स्वच्छता से विद्यालय आते भी हैं।
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ReplyDeleteBacche niyamit saaf Safai karte hain ya nahin iska Dhyan rakhne ke liye Ye Hamen nimnalikhit Baton ka Dhyan Mein Rakhna hoga Jaise nakhun Ki Safai swachh kapde Roja snan karna brush manjan karna
बच्चों को स्वच्छता के बारे में बताना तथा स्वच्छता के बारे में उनकी गतिविधियों की मॉनिटरिंग करना साथ ही बच्चों से मित्रवत व्यवहार रखना ताकि वे खुलकर स्वच्छता के बारे में बात कर सके और अपनी जिज्ञासा शांत कर सके सफाई पर विशेष ध्यान दे सकें।
ReplyDeleteWe should check our students in prayer time.we should give instructions about health and cleanliness to our students.
ReplyDeleteWe should organise a ptm meating about students'helth and cleanliness in our school regularly.
Students health and cleanliness are very important in teaching learning process.we should take some time in morning assembly and check one by one students. We can check student's nail, hair, teeth and uniform . We can encourage our children about cleanliness. Some also says that
ReplyDelete''Swach sharer m hi swasth mastisk novas karta he'
We should also organise a ptm meeting in our schools regularly.
Prayer m baccho ko swachta sambandhit baatein btane ko. Unke phayde Or nuksaan ke baare m bhi. Daily baccho ke nails check krna... Brush krna....
ReplyDeletePrayer m baccho ko swacht sambandhit baatein btane ke sath-sath unke nails check krna, uniform ki safai, brush kiye h ya nhi.... Jaisi baatein btana Or life m follow bhi karna....
ReplyDeleteप्रतिदिन प्रार्थना में बच्चों को सफाई के बारे में बताया जाएगा बच्चों को नियमित नहा कर आना चाहिए एवं सप्ताह में 1 दिन नाखून काट लेना चाहिए।, स्वच्छ परिधान पहनना बालों को नियमित कंघी करना आदि बातों को बच्चों को प्रतिदिन बताना चाहिए यदि हम ऐसा नहीं करते तो हम बीमार हो जाएंगे "स्वास्थ्य शरीर में स्वास्थ्य मन "होता है। प्रार्थना सभा मे नियमित नाखून की जांच स्वच्छ वस्त्र बालों में कंघी करना एवं रोज स्नान करना इत्यादि पूछेंगे जरूरत पड़ने पर अभिभावक से भी संपर्क करेंगे स्वच्छता संबंधी बातों के लिए पेरेंट्स मीटिंग रखेंगे एवं स्वास्थ्य संबंधित आदतों के बारे में विस्तार से समझाएं गे कोविड के बारे में बताएंगे 2 गज दूरी मार्क्स जरूरी इत्यादि।
ReplyDelete*Reeta Yadav*
प्राइमरी school Machhodari nager kshetra varanasi
बच्चों को साफ सफाई एवं स्वच्छता को उनकी आदत में शामिल करना चाहिए ।बच्चों की शारीरिक सफाई नियमित रूप से जाँचनी पडेगी।
ReplyDeleteबच्चॉ को प्रार्थना सभा मे दैनिक स्वच्छता,सफ्ताहिक स्वच्छता,मासिक स्वच्छता के बारे मे अच्छी तरह से जानकारी देनी चाहिये तथा स्वच्छता से बिमारी से कैसे बचा जा सकता है और क्या-क्या लाभ है ततपश्चात नाखून,बाल,दांत आदि की जांच करना चाहिए और कमी मिलने पर बच्चो को उचित निर्देश देना चाहिये।
ReplyDeleteसभी बच्चों की सीखने की पद्धति समान नहीं होती है लेकिन शिक्षण कराते समय सभी बच्चों को एक साथ पढ़ाया जाता है बाल केंद्रित शिक्षा पद्धति के अनेक लाभ हैं इससे प्रत्येक छात्र किस गति से सीख रहा है इसका पता चल जाता है और उसके सीखने के स्तर को भी सुधारा जा सकता है एवं अधिक से अधिक उसके ज्ञान को बढ़ाने में सहायता मिलती है इससे बच्चा पीछड़ता भी नहीं है वह कितना सीख रहा है इसका भी शिक्षक को पता
ReplyDeleteप्रतिदिन प्रार्थना सभा मे सभी बच्चों को प्रतिदिंन,सफ्ताहिक,मासिक, स्वच्छता के बारे मे जानकारी देना चाहिये और अस्वच्छता से होने वाली बीमारियों के बारे मे तथा स्वच्छता से लाभ के बारे मैं बताना चाहिए ।बच्चों के नाखून, बाल,दाँत की जांच करनी चाहिये।
ReplyDeleteबच्चों को स्वास्थ्य संबंधी बातों को बताया जाता है और बच्चे प्रतिदिन उसका पालन करते हैं।
ReplyDeleteकक्षा में सभी बच्चों की सीखने की क्षमता एक जैसी नहीं होती है, आयु का भी अन्तर रहता है, उन्हें उनके स्तर के अनुसार सिखाया जाता है । प्रत्येक बालक की सीखने की क्षमता अलग-अलग होती है चाहे आयु समान हो
ReplyDeleteBacche niyamit saaf Safai karte hain ya nahin iska Dhyan rakhne ke liye Ye Hamen nimnalikhit Baton ka Dhyan Mein Rakhna hoga Jaise nakhun Ki Safai swachh kapde Roja snan karna brush manjan karna Aadi.
ReplyDeleteबच्चों की आयु में अंतर होता है इसके साथ ही कि आई क्यू में अंतर पाया जाता है l कक्षा में बच्चों की सिखने की क्षमता अलग होती है तथा उनके स्तर के अनुसार सिखाया जाता है l
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