कोर्स 06 - गतिविधि 2 : अपने विचार साझा करें

क्या हम जानते हैं कि बच्चों में भाषा सीखने और भाषा के माध्यम से सीखने की स्वाभाविक प्रवृत्ति होती है? अपने विचारों को साझा करें।


Comments

  1. बुनियादी भाषा और साक्षरता

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  2. हाँ, बच्चों में भाषा सीखने और भाषा के माध्यम से सीखने की स्वाभाविक प्रवृत्ति होती है। इसके पीछे कई कारण और सिद्धांत हैं:

    1. **जैविक आधार**: नोम चोम्स्की का "यूनिवर्सल ग्रामर" सिद्धांत बताता है कि बच्चों में भाषा सीखने की क्षमता जन्मजात होती है। उनका मस्तिष्क भाषा की संरचना को समझने और सीखने के लिए पहले से तैयार होता है।

    2. **पर्यावरणीय प्रभाव**: बच्चे अपने आसपास के लोगों से बातचीत और सुनने के माध्यम से भाषा सीखते हैं। वे सामाजिक संपर्क के माध्यम से नए शब्द और वाक्य संरचनाएं सीखते हैं।

    3. **अनुकरण और पुनरावृत्ति**: बच्चे बड़े लोगों की भाषा की नकल करते हैं और बार-बार सुनने और बोलने से भाषा को आत्मसात करते हैं। यह प्रक्रिया उन्हें भाषा की संरचना और शब्दावली को समझने में मदद करती है।

    4. **आवश्यकता और प्रेरणा**: बच्चे अपनी आवश्यकताओं और इच्छाओं को व्यक्त करने के लिए भाषा का उपयोग करते हैं। इस प्रकार, भाषा सीखने की उनकी प्रेरणा बढ़ती है।

    5. **संज्ञानात्मक विकास**: भाषा सीखने की प्रक्रिया में बच्चे की संज्ञानात्मक क्षमताओं का विकास होता है। वे ध्वनियों को पहचानना, वाक्य बनाने की क्षमता और संप्रेषण के तरीकों को समझना सीखते हैं।

    इन सभी कारणों से यह स्पष्ट होता है कि बच्चों में भाषा सीखने की स्वाभाविक प्रवृत्ति होती है और वे भाषा के माध्यम से दुनिया को समझने और सीखने की क्षमता रखते हैं।

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  3. हॉ बच्चे अपने सामाजिक परिवेश से भाषा सीखते हैं!

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