Mudran samriddhi kaksha se aashay hai ki kaksha kaksh ki diwaron per Akshar Shabd aur vakya ke chote chote chart poster vyavasthit kar bacchon ki Drishti star per lagaen jaen or unko unki print Chetna jagrit karte hue unka Dhyan Pathan ki taraf aakarshit kiya jaaye
प्रिंट रिच अधिगम वातावरण में बच्चों को सीखने को आसान,सरल और रोचक बनाने से है इसे हम बच्चों के प्रतिदिन की गतिविधियों से जोड़ सकते हैं जैसे बच्चा कुरकुरे ,बिस्कुट , नमकीन, साबुन, तथा अन्य प्रिंटेड बस्तुओं को देखकर उसके बारे में आसानी से बता सकता है उसे देखकर ही वह समझ सकते है कि उन्हें क्या खरीदना है इन बस्तुओं के कवर प्रिंटिंग एनवायरनमेंट के उदाहरण है अपनी कक्षाओं को प्रिन्ट रिच बनाने के लिये विद्यालय की दीवारों , कक्षा कक्ष की दीवारों को रोचक चित्रों से प्रिंट कराना चाहिए जिससे बच्चे देखकर उसके बारे में सीख सके ।
The more you make print rich environment of class and school..the more children will grasp it by watching it every day in form of some posters on wall..library as a learning corner will provide with abundance of knowledge. First from start creating interest is important.
अपनी कक्षाओं को प्रिन्ट रिच बनाने के लिये विद्यालय की दीवारों , कक्षा कक्ष की दीवारों को रोचक चित्रों से प्रिंट कराना चाहिए जिससे बच्चे देखकर उसके बारे में सीख सके ।
बच्चे मूर्त चित्रों के माध्यम से शीघ्रता से सीखते हैं।बाला पेंटिंग्स, विभिन्न प्रकार के शिक्षण-अधिगम सामग्री के माध्यम से मुद्रण-समृद्ध अधिगम वातावरण बनाया जा सकता है।
बच्चे मूर्त चित्रों के माध्यम से शीघ्रता से सीखते हैं।बाला पेंटिंग्स, विभिन्न प्रकार के शिक्षण-अधिगम सामग्री के माध्यम से मुद्रण-समृद्ध अधिगम वातावरण बनाया जा सकता है। प्रिंट रिच सामिग्री से बच्चे जल्दी और रुचि लेकर समझते हैं।
मुद्रण समृद्ध अधिगम वातावरण से तात्पर्य है कि कक्षा में छपी शिक्षण सामग्री हो जिससे बच्चों के सीखने को सरल, आसान और रोचक बनाया जा सके ।इसे बच्चों के प्रतिदिन के गतिविधियों से जोड़ा जा सकता है। साथ ही साथ बच्चे अपने द्वारा भी वैसे ही बना सकते हैं। हम अपनी कक्षा में बच्चों के लिए ऐसा वातावरण इस प्रकार से बना सकते हैं जैसे बुक रैक, पेंसिल स्टैंड, जूता रैक, वाॉश बेसिन, नंबर प्रदर्शित, सामान्य शब्दों ,तुकबंदी वाले शब्दों अर्थात शब्द दीवार। घड़ी, कैलेंडर, खिलौना टेलीफोन /मोबाइल, कक्षा पुस्तकालय, पढ़ने का कोना सजाए एक लेखन क्षेत्र, एक बच्चों का कोना इत्यादि।
बच्चे मूर्त चित्रों के माध्यम से शीघ्रता से सीखते हैं। वॉल पेंटिंग्सऔर विभिन्न प्रकार के शिक्षण-अधिगम सामग्री के माध्यम से मुद्रण-समृद्ध अधिगम वातावरण बनाया जा सकता है। प्रिंट रिच सामग्री से बच्चे जल्दी और रुचि लेकर समझते हैं।
प्रिंट रिच अधिगम वातावरण में बच्चों को सीखने को आसान,सरल और रोचक बनाने से है इसे हम बच्चों के प्रतिदिन की गतिविधियों से जोड़ सकते हैं जैसे बच्चा कुरकुरे ,बिस्कुट , नमकीन, साबुन, तथा अन्य प्रिंटेड बस्तुओं को देखकर उसके बारे में आसानी से बता सकता है उसे देखकर ही वह समझ सकते है कि उन्हें क्या खरीदना है इन बस्तुओं के कवर प्रिंटिंग एनवायरनमेंट के उदाहरण है अपनी कक्षाओं को प्रिन्ट रिच बनाने के लिये विद्यालय की दीवारों , कक्षा कक्ष की दीवारों को रोचक चित्रों से प्रिंट कराना चाहिए जिससे बच्चे देखकर उसके बारे में सीख सके ।
Mudrad samridh adhigam class ko ruchikar evm bachcho ki dristi se bahut hi aavsayk samagri hai. Hme vibhin prakar ke shikshan sambandhi mudran samridh adhigam samgri ka nirman karake class me lagana chahiye jisse bachcho ka samajh sakti ka samuchit vikas ho sake.
अपनी कक्षाओं को प्रिन्ट रिच बनाने के लिये विद्यालय की दीवारों , कक्षा कक्ष की दीवारों को रोचक चित्रों से प्रिंट कराना चाहिए जिससे बच्चे देखकर उसके बारे में सीख सके ।
मुद्रण समृद्धि कक्षा से आशय है कि कक्षा कक्ष की दीवारों पर अक्षर शब्द और वाक्य के छोटे-छोटे चार्ट पोस्टर्स व्यवस्थित कर बच्चों की दृष्टि स्टार पर लगाए जाएं एवं उनको उनकी प्रिंट चेतना और जागृत करते हुए उनका ध्यान पठान की तरफ आकर्षित किया जाए
प्रिंट समृद्ध वातावरण से बच्चों को वास्तव में जोड़ने की जो प्रक्रिया है वह उन्हें बचपन से ही और घर खेल का मैदान दुकान स्कूल हर जगह पर यदि उनको जागरूक किया जाए तो वह जुड़ सकते हैं जैसे वह बिस्कुट खाते हैं बिस्किट किस कंपनी का कहते हैं उसे पर पारले-जी का क्या स्पेलिंग लिखा हुआ ब्रिटानिया का क्या स्पेलिंग लिखा हुआ है इसके अलावा जी साबुन से वह नहाते हैं क्या नाम है उसे साबुन का उसे पर क्या स्पेलिंग लिखी हुई है और उसे पर कौन सा फोटो बना हुआ है इस तरह से हमारे परिवेश में बहुत सी ऐसी चीज हैं प्रतिदिन की इस्तेमाल होने वालों में कुरकुरे कहते हैं टेढ़े-मेढ़े कहते हैं तो सिर्फ बच्चों को जागरूक करने की जरूरत है प्रिंट रिच से जुड़ते हुए उनकी सीखने की क्वालिटी जस्ट डबल हो जाती है और स्थाई रहती है
बच्चे मूर्त चित्रों के माध्यम से शीघ्रता से सीखते हैं।बाला पेंटिंग्स, विभिन्न प्रकार के शिक्षण-अधिगम सामग्री के माध्यम से मुद्रण-समृद्ध अधिगम वातावरण बनाया जा सकता है। प्रिंट रिच सामिग्री से बच्चे जल्दी और रुचि लेकर समझते हैं।
मुद्रण समृद्ध अधिगम वातावरण से तात्पर्य है प्रिंट रिच पदार्थ द्वारा विद्यालय सुसज्जित हो विद्यालय प परिवेश बाला पेंटिंग से सजा हुआ हो कक्षा कक्ष में विभिन्न टी एल एम द्वारा कक्षा की दीवारों को विभिन्न शैक्षणिक क्रियाकलापों द्वारा हम अपने बच्चों के लिए बना सकते हैं
Print with samagri SE taatparya AVN prakar ki mundran samagri se hai printed samagri mein ham vibhinn prakar ke DLM ka Nirman kar sakte hain jisse hamari kaksha adhik prabhavi tatha bacchon ke sikhane ke liye adhik Anand aur aakarshak hogi
अपनी कक्षाओं को प्रिंटरिच बनाने के लिए विद्यालय की दीवारों, कक्षाकक्ष की दीवारों को रोचक चित्रों से प्रिंट कराना चाहिए जिसे बच्चे देखकर व पढ़कर कुछ सीख सकें।
Watch the video film “Khula Aakash” 2014 from the following link: https://www.youtube.com/watch?v=1XjDHOrcJyw and reflect on it. Think about what is ECCE? Why is it important? How does ECCE provide a basis for learning in school and life? Share your reflections.
Visualise the significance of FLN Mission and ponder on what can be the role of ECCE in achieving the goals and objectives of FLN? Share your thoughts.
निम्न लिंक से 'खुला आकाश' 2004 वीडियो फिल्म देखें और इस पर अपने विचार साझा करें : https://www.youtube.com/watch?v=1XjDHOrcJyw ईसीसीई के बारे में सोचें? क्या यह आवश्यक है? ईसीसीई कैसे स्कूल और जीवन में सीखने का आधार प्रदान करता है? अपनी समझ साझा करें ।
"‘विद्या प्रवेश’ एवं ‘बालवाटिका’ की समझ
ReplyDeleteप्रिंट रिच मैटेरियल तथा टीएलएम के द्वारा
DeleteGood
ReplyDeletemore effectively
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Deleteप्रिंट रिच मटेरियल तथा टी एल एम द्वारा
DeleteMudran samriddhi kaksha se aashay hai ki kaksha kaksh ki diwaron per Akshar Shabd aur vakya ke chote chote chart poster vyavasthit kar bacchon ki Drishti star per lagaen jaen or unko unki print Chetna jagrit karte hue unka Dhyan Pathan ki taraf aakarshit kiya jaaye
DeleteEsa vatavarn jisme bachhe shiksha book se bahar aakar vibbhin tariko se sikhte h.for examples chart,play card,box,painting,clays etc.
ReplyDeletePrint rich environment help the students to learn more effectively.
ReplyDeletePrint rich environment help the students to learn more effectively.
DeletePrint rich class room environment helps students to take interest to learn the topic with enthusiasm.
DeleteGOOD
ReplyDeletePrint rich class room environment helps students to take interest to learn the topic with enthusiasm.
ReplyDeleteमुद्रण-समृद्ध अधिगम वातावरण' से आप क्या समझते हैं? आप अपनी कक्षा में बच्चों के लिए ऐसा वातावरण कैसे बना सकते हैं?
DeleteGood
ReplyDeleteBachho ke aas pass prayapt printed samagree uplabdh ho
ReplyDeleteप्रिंट समृद्ध वातावरण छात्रों को अधिक प्रभावी ढंग से सीखने में मदद करता है।
ReplyDeleteप्रिंट रिच अधिगम वातावरण में बच्चों को सीखने को आसान,सरल और रोचक बनाने से है इसे हम बच्चों के प्रतिदिन की गतिविधियों से जोड़ सकते हैं जैसे बच्चा कुरकुरे ,बिस्कुट , नमकीन, साबुन, तथा अन्य प्रिंटेड बस्तुओं को देखकर उसके बारे में आसानी से बता सकता है उसे देखकर ही वह समझ सकते है कि उन्हें क्या खरीदना है इन बस्तुओं के कवर प्रिंटिंग एनवायरनमेंट के उदाहरण है
ReplyDeleteअपनी कक्षाओं को प्रिन्ट रिच बनाने के लिये विद्यालय की दीवारों , कक्षा कक्ष की दीवारों को रोचक चित्रों से प्रिंट कराना चाहिए जिससे बच्चे देखकर उसके बारे में सीख सके ।
Print adhigam bachcho ko saral treeke se seekhne me madad Karta hai
ReplyDeleteविभिन्न चित्रों के माध्यम से बच्चों की समझ विकसित करना, कक्षा में विभिन्न प्रकार के कहानी पोस्टर्स व चार्ट्स के माध्यम से समझ विकसित करना।
ReplyDeleteThe more you make print rich environment of class and school..the more children will grasp it by watching it every day in form of some posters on wall..library as a learning corner will provide with abundance of knowledge. First from start creating interest is important.
ReplyDeletevery good for children
ReplyDeletePrint rich environment in class is very good
ReplyDeletePrintrich watawaran se bachhe ruchi leker seekhte hai.
ReplyDeleteVery good for primary education system
ReplyDeletevery good for primary education and children
ReplyDeletePrintrich watawaran se bachhe ruchi leker seekhte hai.
Deleteअपनी कक्षाओं को प्रिन्ट रिच बनाने के लिये विद्यालय की दीवारों , कक्षा कक्ष की दीवारों को रोचक चित्रों से प्रिंट कराना चाहिए जिससे बच्चे देखकर उसके बारे में सीख सके ।
ReplyDeleteNICE
ReplyDeleteबच्चों के कक्षा-कक्ष में मुद्रण-समृद्ध वातावरण बनाया जा सकता है।दिवारों पर प्रिंट रिच अधिग्रहण सामग्री लगाकर,लर्निंग कार्नर बनाकर।
ReplyDeleteApni kaksha diwaron ko chart paint se aakarshit banaa sakte hain
ReplyDeleteप्रिंट रिच सामग्री से बच्चे जल्दी एवं रूचि लेकर सीखते है
ReplyDeleteबच्चे मूर्त चित्रों के माध्यम से शीघ्रता से सीखते हैं।बाला पेंटिंग्स, विभिन्न प्रकार के शिक्षण-अधिगम सामग्री के माध्यम से मुद्रण-समृद्ध अधिगम वातावरण बनाया जा सकता है।
ReplyDeleteमूर्त एवं आकर्षक चित्रों से बच्चे जल्दी सीखते हैं।
ReplyDeleteBy making poster on wall and make available story book according to the age group
ReplyDeleteबच्चे मूर्त चित्रों के माध्यम से शीघ्रता से सीखते हैं।बाला पेंटिंग्स, विभिन्न प्रकार के शिक्षण-अधिगम सामग्री के माध्यम से मुद्रण-समृद्ध अधिगम वातावरण बनाया जा सकता है। प्रिंट रिच सामिग्री से बच्चे जल्दी और रुचि लेकर समझते हैं।
ReplyDeleteIn this method we must collect the books on different topics which are rich in features and feagurs
ReplyDeleteGood
ReplyDeleteमुद्रण समृद्ध अधिगम वातावरण से तात्पर्य है कि कक्षा में छपी शिक्षण सामग्री हो जिससे बच्चों के सीखने को सरल, आसान और रोचक बनाया जा सके ।इसे बच्चों के प्रतिदिन के गतिविधियों से जोड़ा जा सकता है। साथ ही साथ बच्चे अपने द्वारा भी वैसे ही बना सकते हैं। हम अपनी कक्षा में बच्चों के लिए ऐसा वातावरण इस प्रकार से बना सकते हैं जैसे बुक रैक, पेंसिल स्टैंड, जूता रैक, वाॉश बेसिन, नंबर प्रदर्शित, सामान्य शब्दों ,तुकबंदी वाले शब्दों अर्थात शब्द दीवार। घड़ी, कैलेंडर, खिलौना टेलीफोन /मोबाइल, कक्षा पुस्तकालय, पढ़ने का कोना सजाए एक लेखन क्षेत्र, एक बच्चों का कोना इत्यादि।
ReplyDeleteकक्षा में बच्चों के लिए टीएलएम का अधिकाधिक प्रयोग ।
ReplyDeleteबच्चे मूर्त चित्रों के माध्यम से शीघ्रता से सीखते हैं। वॉल पेंटिंग्सऔर विभिन्न प्रकार के शिक्षण-अधिगम सामग्री के माध्यम से मुद्रण-समृद्ध अधिगम वातावरण बनाया जा सकता है। प्रिंट रिच सामग्री से बच्चे जल्दी और रुचि लेकर समझते हैं।
ReplyDeleteप्रिटरिच वातावरण, T L M , के साथ BALA Building के द्वारा कक्षा को सुन्दर व आकर्षक बना सकते हैं।
ReplyDeletePrint adhigam bachcho ko saral treeke se seekhne me madad Karta hai
ReplyDeleteऐसा वातावरण जहाँ बच्चे प्रयोग कर सकें खुद करके सीख सकें प्रिंट समृद्ध वातावरण हो .
ReplyDeleteबच्चों के कक्षा-कक्ष में मुद्रण-समृद्ध वातावरण बनाया जा सकता है।दिवारों पर प्रिंट रिच अधिग्रहण सामग्री लगाकर,लर्निंग कार्नर बनाकर।
DeletePrint Wich vatavaran se bacche jaldi aur Ruchi Se sikhate Hain
ReplyDeletePrint rich material se class attractive lgti h...bachhe akarshit hote hn..Swayam bhi TLM bna kr class me lga skte h
ReplyDeletegood
ReplyDeletegood course
ReplyDeleteAn atmosphere that helps in learning. Can be created by easily available material
ReplyDeletePrintrich samagri tatha kona banake
ReplyDeleteClass ki divaron par reset chitr se hain jisase Bachchan ko sikhane meain sahjata ho. Class main print rich vatavarn se
ReplyDeleteGood course
ReplyDeleteप्रिंट रिच अधिगम वातावरण में बच्चों को सीखने को आसान,सरल और रोचक बनाने से है इसे हम बच्चों के प्रतिदिन की गतिविधियों से जोड़ सकते हैं जैसे बच्चा कुरकुरे ,बिस्कुट , नमकीन, साबुन, तथा अन्य प्रिंटेड बस्तुओं को देखकर उसके बारे में आसानी से बता सकता है उसे देखकर ही वह समझ सकते है कि उन्हें क्या खरीदना है इन बस्तुओं के कवर प्रिंटिंग एनवायरनमेंट के उदाहरण है
ReplyDeleteअपनी कक्षाओं को प्रिन्ट रिच बनाने के लिये विद्यालय की दीवारों , कक्षा कक्ष की दीवारों को रोचक चित्रों से प्रिंट कराना चाहिए जिससे बच्चे देखकर उसके बारे में सीख सके ।
प्रिंट रिच वातावरण के लिए हम हिंदी वर्णमाला इंग्लिश लेटर गिनती पहाड़े कहानियों के भागों के चित्र आदि का उपयोग कर सकते हैं।
ReplyDeletePadhane yogya samagri bana ke
ReplyDeleteMudrad samridh adhigam class ko ruchikar evm bachcho ki dristi se bahut hi aavsayk samagri hai. Hme vibhin prakar ke shikshan sambandhi mudran samridh adhigam samgri ka nirman karake class me lagana chahiye jisse bachcho ka samajh sakti ka samuchit vikas ho sake.
ReplyDeleteprint rich adhigam vatavaran se baccho par manovaigyanik asar padta hai. bacche kaksha mein chitron mein pradarshit ho rhi samagri ke prati zyada aakarshit hote hain jisse unki seekhne ki samajh viksit hone mein sahayta milti hai. bacche school aane , visheskar apni kaksha mein jaane ke liye behad utsuk rehte hain. hum apni kaksha mein baccho ko unki samanya samajh ke anusaar vishay samagri print karate huye kaksha ka vatavaran aakarshak banate hain.
ReplyDeleteUchit Tlm ka upyog kar ke
ReplyDeleteअपनी कक्षाओं को प्रिन्ट रिच बनाने के लिये विद्यालय की दीवारों , कक्षा कक्ष की दीवारों को रोचक चित्रों से प्रिंट कराना चाहिए जिससे बच्चे देखकर उसके बारे में सीख सके ।
ReplyDeleteमुद्रण समृद्धि कक्षा से आशय है कि कक्षा कक्ष की दीवारों पर अक्षर शब्द और वाक्य के छोटे-छोटे चार्ट पोस्टर्स व्यवस्थित कर बच्चों की दृष्टि स्टार पर लगाए जाएं एवं उनको उनकी प्रिंट चेतना और जागृत करते हुए उनका ध्यान पठान की तरफ आकर्षित किया जाए
ReplyDeletePrint Rich material is very effective
ReplyDeleteविभिन्न चित्रों के माध्यम से बच्चों की समझ विकसित करना, कक्षा में विभिन्न प्रकार के कहानी पोस्टर्स व चार्ट्स के माध्यम से समझ विकसित करना।
ReplyDeleteFour corners of different activities and print rich materials helps student to learn
ReplyDeleteप्रिंट समृद्ध वातावरण से बच्चों को वास्तव में जोड़ने की जो प्रक्रिया है वह उन्हें बचपन से ही और घर खेल का मैदान दुकान स्कूल हर जगह पर यदि उनको जागरूक किया जाए तो वह जुड़ सकते हैं जैसे वह बिस्कुट खाते हैं बिस्किट किस कंपनी का कहते हैं उसे पर पारले-जी का क्या स्पेलिंग लिखा हुआ ब्रिटानिया का क्या स्पेलिंग लिखा हुआ है इसके अलावा जी साबुन से वह नहाते हैं क्या नाम है उसे साबुन का उसे पर क्या स्पेलिंग लिखी हुई है और उसे पर कौन सा फोटो बना हुआ है इस तरह से हमारे परिवेश में बहुत सी ऐसी चीज हैं प्रतिदिन की इस्तेमाल होने वालों में कुरकुरे कहते हैं टेढ़े-मेढ़े कहते हैं तो सिर्फ बच्चों को जागरूक करने की जरूरत है प्रिंट रिच से जुड़ते हुए उनकी सीखने की क्वालिटी जस्ट डबल हो जाती है और स्थाई रहती है
ReplyDeleteबच्चे मूर्त चित्रों के माध्यम से शीघ्रता से सीखते हैं।बाला पेंटिंग्स, विभिन्न प्रकार के शिक्षण-अधिगम सामग्री के माध्यम से मुद्रण-समृद्ध अधिगम वातावरण बनाया जा सकता है। प्रिंट रिच सामिग्री से बच्चे जल्दी और रुचि लेकर समझते हैं।
ReplyDeleteमुद्रण समृद्ध अधिगम वातावरण से तात्पर्य है प्रिंट रिच पदार्थ द्वारा विद्यालय सुसज्जित हो विद्यालय प परिवेश बाला पेंटिंग से सजा हुआ हो कक्षा कक्ष में विभिन्न टी एल एम द्वारा कक्षा की दीवारों को विभिन्न शैक्षणिक क्रियाकलापों द्वारा हम अपने बच्चों के लिए बना सकते हैं
ReplyDeletePrint with samagri SE taatparya AVN prakar ki mundran samagri se hai printed samagri mein ham vibhinn prakar ke DLM ka Nirman kar sakte hain jisse hamari kaksha adhik prabhavi tatha bacchon ke sikhane ke liye adhik Anand aur aakarshak hogi
ReplyDeleteअपनी कक्षाओं को प्रिंटरिच बनाने के लिए विद्यालय की दीवारों, कक्षाकक्ष की दीवारों को रोचक चित्रों से प्रिंट कराना चाहिए जिसे बच्चे देखकर व पढ़कर कुछ सीख सकें।
ReplyDeleteप्रिंट समृद्ध वातावरण छात्रों को अधिक प्रभावी ढंग से सीखने में मदद करता है।
ReplyDeleteजब बच्चा चारों तरफ कुछ ना कुछ ज्ञान को देखा है तो वह उसे कुछ ना कुछ सीखना है इस प्रकार सीखने की प्रक्रिया निरंतर चलती रहती है
ReplyDeleteप्रिंट समृद्ध परिवेश में बच्चे अधिक प्रभावी ढंग से सीखते हैं।
ReplyDeleteप्रिंट समृद्ध परिवेश में बच्चे अधिक प्रभावी ढंग से ज्ञान अर्जित करते हैं।
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